क्या इस्लाम हिंसा और आतंकवाद को बढ़ावा देता है?

नहीं, इस्लाम शांति और समर्पण का धर्म है और यह मानव जीवन की पवित्रता पर ज़ोर देता है।अरबी भाषा में "इस्लाम" शब्द उसी मूल शब्द से निकला है जिससे "सलाम" (अर्थात् शांति) शब्द आता है। इस्लाम, जो कि एक रहमत (दया) का धर्म है, आतंकवाद की अनुमति नहीं देता।इस्लाम की अधिकांश शिक्षाएँ नैतिक मूल्यों से संबंधित हैं। इस्लाम अच्छे चरित्र और नैतिकता को पूरा करने और पूर्ण बनाने के लिए आया है।इस्लाम मानव शरीर को ईश्वर की रचना मानता है, जिसे नष्ट करने का अधिकार किसी को नहीं है। मानव जीवन पवित्र है और उसकी रक्षा की जाती है, क्योंकि हर व्यक्ति अल्लाह का है।